"तुम जानो"
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
सब झूठे झूठे सब याद के
कस्बा है इक नाम के
कैद आँखों में टिमटिमाती
इक काली पुतली नाम की
दिल की यादे सब झूठे
मिल ज इश्क़ादर
तनहा न होंगे तेरे बिन
तू मेरा हो जा रे....
तनहा न छोड़ इसकदर
आँखों से शेर लगओ
खुशिओं से चमकाया हैं
तुझे अपना बनाना हैं
बिखर जाऊंगा इसकदर
काँच की तरह न तोड़
दिल थाम ले जरा
दूर न जाओ तुम मुझसे....
जीने की आस कामयाबी
तुम्हे देख के लगता हैं
दुआ में आजा सही
इक दफा मुझे अपनाले जरा
नसा स चढ़ने लगा हैं
तुम अब दूर न जाओ
तेरे बिन हम मर जायेंगे
तेरे बिन हैं अधुरे हम.....
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"