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शुक्रवार, 23 दिसंबर 2016

याद है बेटी की कुर्बानी

याद है बेटी की कुर्बानी

मुझे याद है कुर्बानी का दिन
जब झुलस गई थी रानी लक्ष्मी बाई
इज्जत दावा पर लगी थी
अंग्रेजो से लौह ली
अहेलिया,रानी दुर्गावती।

मुझे याद हैं कल्पना की उड़ान
पहली बेटी बनी अन्तरिक्ष में जाने वाली
अपनी अद्भत कला से
दुनिया को झुकाकर रख दी
सविता रानी भारत की पहली अंतरिक्ष महिला वैज्ञानिक बनी।

मुझे याद हैं रूद्रमादेवी की कहानी
एक बाप की मान, समाज की जान
लड़की होकर,लड़को जैसे पलिबढ़ी
दुश्मनों से लौह ली समाज कल्याण के लिए
दुनिया को सिख दी बेटी बेटे से कम नही।

7वे शिखर तक अरुणिमा चढ़ी थी
विकलांग थी और जीत गई ।

पहली महिला नेवी कैप्टन राधिका बनी
महिलाओं की आन बान और शान बनी।
ITBP में महिला जवान तैनात है
याद है मुझे वीरांगना की कहानी
याद है मुझे बेटियों की कुर्बानी

मंगलवार, 20 दिसंबर 2016

उड़ते गया

उड़ते गया

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

पंख है
उड़ जाना हैं
स्वच्छ आकाश में
सबको दिखाना हैं
शोर अभी दिखे
रास्ते जन्म से
लंबी दूर तक
है छटा सुगन्ध का
मन में जीवन
गम की परछाई
दावत नामे थे
मंजिल जो लिखे
गुमराह न हो
रास्ते आसमां
तालुक जन्नत से ।

ये धरती आसमां
परछाई बाकि है
स्वछन्द आकाश की चिड़िया
चहक रही बार-बार
हवा मौसम बिन बरसात
किसानों की चमक
फिकी पड़ती नजर
लौट जाना वक़्त में
वफ़ात की घड़ी बेजान
हैं  सभी का अरमान।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17.5वर्ष विद्यार्थी
10:45एएम 21दिसंबर 2016
रामनगर कवर्धा छत्तीसगढ़
मो.-8085686829
मगसम-2608/2016

रविवार, 18 दिसंबर 2016

खेत अऊ किसान मनके राज

खेत अऊ किसान मनके राज

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

आगे हवय धान लुवे के बेरा,
आगे हवय सोयाबीन काटे के बेरा।
लेदी ल फेक्टरी म देके बेरा हवय,
किसान मनके चाँदी चाँदी होंगे हवय।
रात दिन काम करथे किसान मन,
खेत म सुघ्घर सुघ्घर फसल बोथे।।

लइका मन घनवारा जाथे चिकिगुर बर,
लेदी म लपेट के छानहि म टांग देथे।
राहेर के दिन आगे हवय चना के आजहि,
लइका मन चोरये बर जाथे मझनीय कुन।
खेत म फुल फर दिखथे अब्बड़ सुघ्घर,
मोर गाँव के खेत संगी सुघ्घर दिखथे।।

अमित कहते अब धान देखे बर नही मिलय,
हारवेस्टर म कटा मिंजा के मण्डी भेज देथे।
नवा नवा मसीन आगे हवय टेक्टर फेसर,
फेर सबो काम आज मसीन म हो जाथे ।

निंदाई कोड़ाई करे बर मनखे मन जाथे,
खेत ल साफ सुधरा करके बीजा ल बोथे।
आजकल चातर अऊ जोते बर टेक्टर आगे,
बीज ल टेक्टर ले बोयें म सीधा पड़थे।
सरसों सुरजमुखी धनिया मेथी मन के पान हे,
खेत संगी सुघ्घर हरियर हरियर दिखथे।।

खेत के पार ह संगी अमित सुघ्घर दिखथे,
सरसों के फुल राहेर के पान बने दिखथे।
आगे हवय चाँदी चाँदी फसल मन के बेरा,
किसान मन के राज हवय खेत म अब्बड़।।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीसगढ़
मो.-8085686829

गुरुवार, 15 दिसंबर 2016

दामिनी की आवाज

आज 16दिसंबर
भारत की बेटी दामिनी भारत के दिल(दिल्ली) में

थी मैं अकेले
उस ग़ुमना रास्ते में
बस के इन्तजार में
खड़ी थी अकेले
जब बस आई
5ने बहन कहकर धोखा दिया।

मेरी मौत
एक गम्भीर विनाश था
मुझे जीना था
उस दरिन्दे को सजा दिलाना था
वफ़ात करीब थी
मुझे कोई बचा नही सके।

थी मैं अंजान
थे वे बदमाश
बहन कहकर पुकारे
मैं बैठ गई बस में
मुझे कहाँ पता ?
इंसान नही हैवानियत हैं।

मैं जीना चाहती थी
पर मुझे बचा न सके
परमात्मा से विनती हैं
कोई बेटी के साथ न हो
मैं बहुत सह ली
पर कोई और नही सहे।

अंधेरे में थी
बहन बोल धोखा दिए
लगता हैं, उनके बहन नही हैं।
दरिंदों ने दौड़ाए बस
रातो रात खबर भी नही लगी
भनक भी नही लगी किसी को
थे वे काले कारनामे वाले।

लाचार थी बेबस थी
देश की बेटी थी
मेरे रक्त के कतरे को मरने मत देना
मुझे इंसाफ दिला नही सके
जेल के सलाखों में बन्द
आज भी हँसता हैं।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष विद्यार्थी
रामनगर कवर्धा छत्तीसगढ़
मो.-8085686829
10:45 एएम 16दिसंबर 2016

मंगलवार, 13 दिसंबर 2016

बाबा गुरुघासी दास....

छाता पहाड़ म बैठके ज्ञान सिखए।
जीवन ल उद्धार करे के रसता दिखए।।

चमकत दिनरात दिखत हे सुघ्घर।
जैतखाम के होकर सतनाम रहव।।

समाज के होकर रह गे बाबा तेहा।
छुआछुत ल दूर फेके तेहा बाबा।।

बरत हे जैतखाम गुरुघासी दास बाबा।
जातिपाति मटाइच जय सतनाम बाबा।

इहाँ के मन ल गुरु पाठ पढ़ाये बाबा।
संगे संग रहे के पाठ पढ़ाये बाबा ।

सात उपदेश दे हवच एक दम सुघ्घर।
मास मछली नई खाये के उपदेश बने।।

पशु पक्षी के मन ल तेहा जाने।
समाज म ज्ञान दे हवच बने तेहा।।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष   विद्यार्थी
रामनगर कवर्धा छत्तीसगढ़
मो.-8085686829




सोमवार, 5 दिसंबर 2016

मोहब्बत तुझसे हुआ हैं।

मोहब्बत तुझसे हुआ हैं

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

दिल  कहता हैं
तेरे दिल को कहाँ पता हैं?
तु सादगी से
मोहब्बत का नशा
तु जिंदगी हैं
तु सांसो में जमी है।

तेरे हसरते भी साथ हैं
तु बेवहजा क्यों साथ हैं?
तु जिंदगी अरमान से
तुझे कहाँ पता हैं?
तेरा जन्नत कहाँ?2?

तुझे चाँद से पार जाना हैं
ये दुनिया मोहब्बत का हैं।

लोग कहते हैं कुछ कुछ
तुझे सहना पड़ता हैं
तुझे तेरे सपनो में जगना पड़ता हैं
तुझे उम्मीद है मोहब्बत का
तुझमें जुनून हैं।

तेरे खवाब अधुरे है
तु दुनिया में हिफाजत हैं
तु खुदा का नेक बाँदा हैं
तुझे सपनो में रहना है
तुझे जिंदगीभर साथ रहना हैं ।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीसगढ़
7:00पीएम 5दिसंबर 2016
मो.-8085686829

शनिवार, 26 नवंबर 2016

शराब है शराबी का नशा

शराब है शराबी का नशा

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

ये कैसा दौर चला है
जिसको देखो उसको
शराब पीने लगा हैं
ये कैसा मौसम आया हैं।

हजारों जान ले रहे है
फिर भी पीते है शराब
सुबह से लेकर शाम तक
शराबी के साथ शराब हैं।

ले रही है जान सबका
कैंसर से मर रहे है लोग
शराब क्यों बन्द नही होती?
सरकार एक्शन नही ले रहे हैं।

कब तक नशा का कहर होगा?
कब तक जान जायेगा ?
ये कैसी वेदना है
शराब बॉस बन गया हैं।

सरकार को करना है काम
शराब को बंद करना हैं
'अमित' होगया है शराबी
रोड में ढेर पड़े हैं रोज।

शराब बेस्ट फ्रेंड बन गया हैं
उसे मिले बिना रह नही सकते
जिंदगी अमित कहे बार बार
शराब है जान का नाम ।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीसगढ़
मो.-8085686829
मगसम-2608/2016

26/11 की याद....

26/11 की याद में विशेष

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

न मैं हु मुस्लिम न हु हिन्दू,
                 मेरा धर्म है मानवता का।
मुझे कुचल दिए उस टर्मिनल में,
                  मेरे साथ गए भारतीय।।

छुपा था एक कोने में,
                       एक छोटा स बालक।
कच्चे उम्र में पकड़ा था,
                 जवानी भी नही आई थी।।

इन्तकाल का मंजर था,
                 एक पल में सब डूब गया।
बॉम्बे के आजाद टर्मिनल में,
                 अंधाधुन फायरिंग हुआ ।।

भारत का सेकंड ताज,
                 26/11 को रक्त से रंग गया।
हजारो लोग भगदड़ में थे,
                 कच्चे उम्र में फायरिंग किया।।

चुन चुन के मारे थे,
                 बच्चों को भी नही छोड़े।
काली घटा छाई थी,
                अस्पताल में 'अमित' लाश पड़ी थी।।

बक्शे नही किसी को,
                 फिर भी देते है मैत्री।
शाँति रहना हमसे सीखे,
                 नही तो पाक तेरा खाक भी नही होगा।।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीशगढ़
मो.-8085686829
                 

गुरुवार, 24 नवंबर 2016

एवेरेस्ट शिखर चढ़ाई का सपना

एवेरेस्ट शिखर चढ़ाई का सपना

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

कोहरे हैं भरपुर मंजिल के पड़ाव में,
दिक्कते का अंजाम है एवेरेस्ट में।
भीड़ बड़ गया है चढ़ाई के लिये,
घण्टो जाम हो जाती है चोटी में।

सबसे कम उम्र में चढ़ाई किया  11वर्ष का हैं,
प्रेमलता ने सबसे उम्रदराज का रिकार्ड बनाया।
बिकाश और सुषमा युवा दंपत्ति चढ़ाई किये,
सपनो में आज एवेरेस्ट सबका चढ़ाई में मन हैं।

7वे शिखर तक पहुँचने का सपना हैं,
पड़ाव में कोहरो और ठंड से बचना  हैं।
चोटी में हाइड्रोजन की कमी होने लगती हैं,
अब तो वहाँ नेटवर्क भी पर्याप्त मात्रा में है।

पैसा है तो आप एवेरेस्ट चढ़ाई कर सकते हैं,
सुरक्षित रह कर आप 7वे शिखर पहुच जाओगे।

बर्फ में हाथ पैर जलता हैं चेहरे फटता हैं,
लोग शिखर तक पहुँचने के लिए सहते हैं।
बर्फ की चट्टान बड़ी तेज विकराल हैं,
जिस दिन जायेगा सब साथ ले जायेगा।

सपने में दिखता है एवेरेस्ट की चढ़ाई,
जाने की ललक है 7 वे शिखर तक।
मन में जीत का चमक प्रज्वलती उठा,
एवेरेस्ट की चढ़ाई एक दिन फता करूँगा।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीसगढ़
मो.-8085686829

मंगलवार, 8 नवंबर 2016

बन्द होगय 500 1000/_

500 के नोट बदलगे 1000बन्द होगय 2000के नवा नोट निकलगे।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

कालाधन लाये बर सरकार मुहीम चलाइच
1000 अऊ 500 रु नोट पर रोक लगाइच
हाहाकर मचे गे हवय सहर म अति
देहतवाले मनके का होही?

देहातवाले मन ल तो पता नही होही
4घण्टे बाकि रहिस  दिन डूबे बर त बताइस
एटीएम बैंक पेट्रोल पम्म म बड़का जन लाइन रहिस
देखते  देखत म अब्बड़ पैसा निक्लीच।

येति ओती चारो कोती 2000 अऊ 500 के नोट
बैंक अऊ डाकघर म हवय अति भीड़
पुरना नोट रखे हवय मचत बवाल
चिल्हर के परसानी हो गे हवय चारो कोती।

मोदी जी के एक ठन फैसला ह
ब्लैक ला व्हाइट बना के दिखाही
जेन बेरा म बन्द होहिच अफरा तफरी म
गजब होंगे हवय सहर गांव म।

नया नोट बैंक म आगे हवय
नकली बरोबर दिखथ हवय
आईच नवा बेरा सुघ्घर मोड़
नवा नोट बर लगे हवय भीड़।

2000 के नवा नोट आगे हवय
रिजर्व बैंक ह 100रु,200रु के सिक्का निकल दिच
चारों कोती छागे हवय नोट
भीड़ बड़गे हवय बैंक के दुवारी म।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर, कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829




रविवार, 6 नवंबर 2016

जाड़ के दिन आगे

जाड़ के दिन आगे

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"

जाड़ के दिन आगे हवय संगी,
बिहनिया अऊ रतिया कन गोरसी ल सिपचथे।
शॉल सेटर म मुड़ गोड़ ल डांक के रहथे,
जाड़ के दिन म आगी तपत रहथे।

जेखर खेत के राहेर आघु पोठाथे,
आगु पाछु ल देख के खेत जाथे।
खोजत खोजत खेत ल चिनथे,
ओखर ल लइका मन चोरा के लाथे।

देवारी ह अभी अभी गे हवय,
थोड़किन दिन म नया साल आही।
जाड़ के दिन आगे सुघ्घर लगथे,
मनखे मन ठिठुरत ठिठुरत बैठे रहथे।

गन्ना के भाव बड़गे हवय सहर म,
गांव म लोग गन्ना चुसे बर मेछराथे।
सहर म रहके मनखे मन विरासत भूल जाथे,
गांव म  जिन्गी जीये ल बुजुर्ग मन पश्चाथे।

सहर के मन कुछु कुछु खाये के ल नई जानय,
गांव म रहबे त आनी बानी खाये के जानबे।
आगु पाछु जोंधरी भुटा चना मिलत रहथे,
मोर गांव संगी अब्बड़ सुघ्घर दिखथे।

-अमित चन्द्रवंशी "सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829

मोर छत्तीसगढ़ बने दिखथे

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर विशेष अमित चन्द्रवंशी "सुपा" भाई के कलम ले छत्तीसगढ़ी भाखा म एकठन कविता प्रस्तुत हवय.....

रंग रंग के गोठ ल गड़थे
जमो संगवारी मन बड़थे

छत्तीसगढ़ के रहिया बने रहथे,
अंगरा के रोटी पीठा खाते रहथे।
दुसर के दुख म ख़ुद ह जागथे,
मोर छत्तीसगढ़ बने दिखथे।।

मिलजुल के सबो काम ल करथे,
बारी कोती ल दिन मन निन्दथे।
गाय मन बर पैरा भुसा बोरथे,
बारी म जोंधरी खीरा सुघ्घर बोथे।।

'धान के कटोरा' बर बड़े प्रसिद्ध हवय,
हीरा के खान लदे हवय देवभोग म।
गन्ना लगाथे गुड़ शक्कर बनाये बर,
धान के 'अमित' किस्म पाथे ईहा।।

छत्तीसगढ़ म नदिया है अरपा पैरी,
तांदुला गंगरेल डेम हवय बड़े बड़े।
मोबाइल के जमाना आगे हवय ईहा,
कोनो नई रहय मोबाइल के बिना।।

भोरमदेव हवय खुजराहो बर प्रसिद्ध,
लक्ष्मण मन्दिर हवय एकठन सिरपुर म।
छत्तीसगढ़ के प्रयाग हवय राजिम म,
मोर छत्तीसगढ़ सुघ्घर दिखथे हवय।।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829
मगसम-2608/2016

शनिवार, 5 नवंबर 2016

मृत्यु की घड़ी

मृत्यु के पश्चात घरवालो की वेदना....

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

किसी का बेटा चला गया,
किसी का बाप था वह।
किसी का भाई था वह,
वह किसी का दादा था।

किसी का पति था वह,
किसी का नाना था वह।
था वह परिवार का हिस्सा,
था वह घर की शान।

जब आई उसकी लाश,
तब पड़े थे सब निराश।
कैसे कहते अब नही हैं?
घर जर्जर हो चुका था।

एक पत्नी की सिंगार सुनी थी,
एक बेटी के आखों में आंसू थी।
एक पिता के चहरे में उदासी थी,
एक माँ के आँखो में आने का खवाब थे।

सम्भाले न सम्भल एक घर,
उनका ख्वाब जिन्दा था।
आँखों में दिख रहे थे वो बार बार,
उनका आवाज दिल में जिन्दा था।

जब लाश रखी थी आँगन में,
सब लोग वहाँ मौजूद थे।
रो रोके हाल था बेहाल,
दिल का हिस्सा टूट गया था।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829
मगसम-2608/2016

शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2016

वेदना का घड़ी

एक छोटे से बच्चे का प्रश्न अपने माँ से

ये कैसी वेदना हैं और घड़ी है,
मेरे पापा अबकी बार नही आये।

आपके आँखो में आँसू हैं,
बाल भी बिखरे पड़े हैं
पैरों की पायल की खनक सुनी हैं
माथे में बिन्दिया  नही लगाई हो।

पुछते पुछते बेटा गया आँगन में
तब जुड़ने लगी थी लकड़िया
लाश आया ही था की घर में
गाँव के सब लोग मौजुद थे।

कैसे कहता वह बेटा अब पिता नही हैं?
माँ के आँखो का काजल बिखर गया था
रो रोके हाल था बेहाल
सरहद में कटी थी उनकी अंतिम पल।।।

वो बच्चा अंजान था कहाँ है पापा?
लाश रखी थी आँगन में
खामोशियां था उनके पिता के आने से
आये भी तो तिरंगा में
रंग और रुप का पता नही।।

न हिन्दू था न मुस्लिम
था वह इंसान
घर छोड़ गया था सरहद में
आये थे सुख शांति के लिए।।।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17 वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829

गुरुवार, 27 अक्टूबर 2016

दीपावली पर विशेष

दीपावली पर विशेष...

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

सुर्यास्त होने लगा
घर में खुशिया छाने लगा
ये पाँच दिन का पर्व चालु होने लगा
आकाश में जुगनु चमकने लगा
चारों दिशा में दीपक जलने लगा.....

तारों से सजी घर हो
हीरे की तरह चमक हो
जीवन में सादगी का एहसास हो
सुख शांति हमेशा साथ हो
मंगलबेला का आगमन हो.....

महक रहे थे फूल की सुगंध
आँगन में रँगोली सजी थी
घर में खुशियों के मिठाई बनी थी
पाँच दिन हर्ष से भरे पड़े थे
राहे कम नही थे पल पल ख़ुशी थी.....

संजोग ऐसा पड़ा चार चाँद दिखा
धीरे धीरे हिम्मत और लग्न से किया कर्म
जीत मेरे दरवाजा खटखटाने लगा
दीपक का उजाला छाने लगा
थोड़ी से कोशिश जीत दिला दिया.....

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085688629

पापा क्यों न आये अबकी बार

पापा क्यों न आये अबकी बार...

है धर्म मेरा इंसानियत
मेरा ईमान है भारत धर्म हैं मानवता
मेरा जाति है प्यार का दूत हैं एकता का
मेरे पापा है सरहद में....

सिंचिन में है बर्फबारी
चुना में है रास्ते दर्दनाक चट्टान का
एक तरफ चीन है एक तरफ पाक
मेरे पापा क्यों न अबकी बार....

मेरे घर में हैं खामोसिया अबकी बार
मेरे घर में है आज मेरे पापा की विदाई
दीपावली में न आये मेरे पापा अबकी बार
सरहद में मना लिए दीपावली होली एक साथ..

पाक है आतंकी देश भारत का नाश
फौजी मर रहे है भारत के जासुसी रिश्ते से
राजनीति क्यों खामोश बैठी हैं?
फिल्मीदुनिया में घुस बैठी है पाक भारत में...

सब क्यों सहे एक फौजी?
सरकार क्या कर रही है उनके लिए?
एक दीवाली मनाते है घर में बैठ के
सरहद में क्या गुजर रही है वे जानते हैं....

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829

रविवार, 16 अक्टूबर 2016

हाईकू ए अंजान

हाईकू-ए-अंजान

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
समय 5:54 पीएम 16 अक्टूबर 2016..

साथ तुम हो।
मेरे जिंदगी साथ।
तेरे बिन मैं।।

        तेरे लिए मैं।
        रोया था पल-पल।
        सांस तुम हो।।

मेरे जिन्दगी।
तुम साथ हमेशा।
रहना पड़ा।

        तेरे लिए मैं।
        पल पल जगा था।
        रोया कल था।

सपना तुम।
अपना साथ अब।
तेरे बिन मैं।।

        कोई अपना।
        अधुरे हैं सपना।
        मेरे बिन तु।।

रहते साथ।
बात अन्जान लगे।
मरके साथ।।

        प्यास लगे तो।
        गले से लगा लूँगा।
        तेरे बिन मैं।।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829


शनिवार, 15 अक्टूबर 2016

अन्न बचाओ.....

अन्न बचाओ देश का सम्मान बढ़ाओ

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

था मैं अकेला
बचपन का बोझ था
खाने का मगरुर था
काट रहे थे दिन
अन्न का किलत था
बर्बादी का मंजरा था।

था मैं अकेले
आजदी के दौड़ में
अकाल पड़ा था
खाने के लाले पड़े
पशु खाते थे जिसे
मेरे संतान खाये।

अन्न 'अमित' जीवन है
व्यर्थ न फेके इसे
सामना करना है अकाल से
जर्जर करो अन्न को
क्रोध छोड़ो जीवन में
शांति से रहो संसार में।

अजीब मौहोल है
इस सादगी के एहेसास में
अन्न को बर्बाद नही
सरलता से सहेजे इसे
आगे बढ़ना हैं
मातृभूमि से प्यार करे।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17साल 'विद्यार्थी'
रामनगर ,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829

मंगलवार, 11 अक्टूबर 2016

तुम साथ हो....

ये दिल तेरे इश्क़ में गुनाहा किया

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

ज़रा - ज़रा में इश्क़ है
तुम दिल को भीगा दो
तुम दिल को मिला लो
तेरे गम में आज रोना हैं।

     तनहाई कटे दिन रात से
     तेरे इश्क़ में बेगाना हुआ
     दिल तेरे लिए मर गया
     दीवान-ए-दीवान  हुआ।

रातों में जगते थे हम
तेरे इश्क़ में तनहा हुआ
रात दिन का पता नही
तेरे इश्क़ में दीवान हुआ।

     साँसों में बसी हो तुम
     मेरे आँखों में अब तुम
     हर घड़ी हो तुम साथ
     इश्क़ हैं मैदाने-ए-जंग।

रुख्सत न होना तुम
मेरे दिल में फिजाओं में
तेरे लिए मैंने रोया
तेरे बिन मेनु न जीना।

     अल्फ़ाज बना लो तुम
     तेरे इश्क़ में रोया हैं
     तुम साथ न होते हो
     मेरा दिल बेगाना लगता हैं।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17साल 'विद्यार्थी'
रामनगर, कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829

शनिवार, 8 अक्टूबर 2016

खो न जाता इसकदर मैं तुम साथ न होते।

खो जाऊँगा पंछी की तरह मुक्त आसमान में

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

अजीब प्यार,
तुम खो गए अभी,
दिल माना हैं।

     रास्ते बन्द हैं,
     आने का मन अभी,
     तेरे फिजाओं।

  सब झुठे हैं;
  झुठे सब याद के,
  वादे याद हैं।

   खो न गए हो,
   दिल बोझ लगा हैं,
   वादे समेटे।

खो न जाता मैं,
तुम साथ न होते,
रोते नही हैं।

झुठे निकले,
कोई गल नही हैं,
याद साथ हैं।

  सितारे बने,
  इश्क़ तेरे खातिर,
  तेरे बिन मैं।

सोच न था मैं,
खो जायेंगे न हम,
रात जगा मैं।

  प्यास नही हैं,
  जी कर के करे क्या?
  खो गए आज।

-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा जिला-कबीरधाम
छत्तीसगढ़ मो.-8085686829