'गणित-ए-इश्क़'
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
चार फॉर्मूले
सब उलझे पड़े
ठिकाना नही।
गणित पढ़े
रात दिन एक हैं
जीरो के जीरो।
सफल हुए
जीरो दिया भारत
चाँद के रास्ते।
पीजीटी पढ़े
कर्ण के लिए मान
लम्ब आधार।
मान निकले
चतुर्थांस गुम
ट्रिगो रटे हैं।
देश में खड़े
विज्ञान से सरल
मैथ्स रटे हैं।
सम्बंध पढ़े
फंक्शन हल किये
डोमेन गुम।
ये भाषा वाले
गणित सरल हैं
बोले फिरे हैं।
सलव करो
सिट्टी पिट्टी गुम हैं
गणित जाने।
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17साल 'विद्यार्थी'
रामनगर,कवर्धा,छत्तीसगढ़
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