'रक्त दान महादान'
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
रक्त दान होता है प्यारी सी
प्यारी सी जान बची तेरे रुख से
उस अनजान को दिल दे दिया
तुझे जीवन भर भुल नही सकता...
तेरे याद में पल पल जीयेगा
तेरे सीने का खून बह हैं
तुझे भुलकर भी नही भुला सकता
तेरे याद में वो जिन्दा हैं....
उसका अंतिम बेड़ा तूने दिया हैं
अपना खून उनके सीने पे तूने दिया
तुझे चाह कर भी भुलना न पड़े
तेरे याद पल पल जीयेगा....
जब जब याद आयेगी उसे
तेरे रुख का रक्त सीने में बहेगा
अनजान ही सही तुझे मिला था
उसके दिल में हमेशा तेरे लिए जगह होगा....
तुम भूलना मत तूने रक्त लिया हैं
जरूरत पड़ने पर तू भी देना दान
तुझे याद है वो पल
जब तेरे लिए वो खुन दिया
पल पल याद समेटे रहना.....
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17साल 'विद्यार्थी'
कवर्धा,छत्तीसगढ़,भारत
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