हिन्दी हिन्द की शान हैं।
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
मैं हिन्दी
हिन्द कि शान हूँ
आपका पहचान हूँ
बुजूर्ग का सम्मान हूँ
एकता की जान हूँ
हिंदुओं की मर्यादा हूँ
मैं हिन्दी प्यासी हूँ
ठीक से चल नही पा रही हूँ
मेरे चहरे मुरझा गए हैं
आज सब मेरा अपमान कर रहे हैं
मेरी हालात का जीमेवार आप हैं
मेरी पहचान खोते नजर आने लगी।
मैं सबसे सरल सहज हूँ
मेरे बिन तो हिन्द की विनाश थी
फिर आपके मुख में हिन्दी क्यों नही?
मैं कम उम्र में बुजुर्ग नजर आने लगी
मेरी धरोहर इतिहास प्रसिद्ध हैं
फिर भी दुनिया से जाने को हूँ।
मैं हिन्द की सुत्रपात हूँ
हिन्द की शासन का हाल हु मैं
मैं हिन्द की राजभाषा हूँ
सबको प्यारी लगती हूँ
फिर भी खो रही हो
कम उम्र में बूढ़ी हो गई हूँ मैं।
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
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