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सोमवार, 13 जून 2016

बेटी ल शिक्षा अउ संस्कार दव

बेटी ल शिक्षा अउ संस्कार दव
                 -अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
                         रामनगर कवर्धा
                          8085686829

स्कूल हवय तीरे तीर मा गुरूजी हवय सबे जगहा ,
स्कूल के आदि है सबे मनखे मन के गोठ ले पगहा  ।
नरक तो भगवान मेरान होथे कहते हवय मनखे मन ,
बिटिया के नरक तो बिन पढ़ई बिहाव से होत हवय ।।

बेटियां की जिन्दगी गुजरत हवय बड़े दुःख अउ संघर्ष मा ,
ना तो स्कूल जाये बर बोलते कोई ना ही संस्कार देथे  ।
बेटी के उमर होते 18साल तहले स्कूल नाही भेजता हवय  ,
बड़के मन ओला कुछु सीखे के बेरा मा कर देथे ओखर बिहाव ।।

बेटी में जतका संस्कार होथे ओहा पूरा गढ़ते हावय ,
नही ता आज अबड़ मनखे मन बिन संस्कार के होतीन ।
दूत बनके आथे बेटी मन हा दुनिया ला गढ़े बर ,
बिटिया के बिन तो दुनिया अजनबी हवय बरोबर हे।।

बेटी मनके पढ़ाई मा जोर देना हवय ,
तभे  दुनिया  मा पढ़ाई बरोबर रहाई ।
संस्कार ले घर परिवार सुघ्घर बसथे ,
दुनिया मा संस्कार अउ पढ़ाई बने हे ।।
                    -अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

"बेटी की भविष्य अब हमारे पक्ष से बढ़कर हैं अनमोल हीरे की तरह बेटी की पढ़ाई और संस्कार बेटी की गरिमा बनाये रखते हैं। संस्कार की सबसे बड़ी जीत की पैगाम हैं बेटी की मान सम्मान बनाये रखना और बेटी को हमेशा समाज के हित को ध्यान में रखकर ऊँचे बुलंदियो शिखर का रास्ते उड़ान भरना चाहिए।"
                    -अमित चन्द्रवंशी"सुपा"

"एक बेटी शिक्षित तो समाज शिक्षित हो जाता हैं और एक बेटा शिक्षित तो सिर्फ वहि बस शिक्षित समाज शिक्षित होता नही  है।"
                 -अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
                        रामनगर कवर्धा
                         8085686829

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